सोमवार, 27 अगस्त 2012

आरती लक्ष्मी जी की

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुम को निस दिन सेवत, मैयाजी को निस दिन सेवत
हर विष्णु विधाता .
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
            उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता
            ओ मैया तुम ही जग माता .
            सूर्य चन्द्र माँ ध्यावत, नारद ऋषि गाता
            ॐ जय लक्ष्मी मा
दुर्गा रूप निरन्जनि, सुख सम्पति दाता
ओ मैया सुख सम्पति दाता .
जो कोई तुम को ध्यावत, ऋद्धि सिद्धि धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
             तुम पाताल निवासिनि, तुम ही शुभ दाता
             ओ मैया तुम ही शुभ दाता .
             कर्म प्रभाव प्रकाशिनि, भव निधि की दाता
             ॐ जय लक्ष्मी माता ..
जिस घर तुम रहती तहँ सब सद्गुण आता 
ओ मैया सब सद्गुण आता .
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
             तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
             ओ मैया वस्त्र न कोई पाता .
             खान पान का वैभव, सब तुम से आता
             ॐ जय लक्ष्मी माता ..
शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता
ओ मैया क्षीरोदधि जाता .
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता 
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
              महा लक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता
              ओ मैया जो कोई जन गाता .
              उर आनंद समाता, पाप उतर जाता 
              ॐ जय लक्ष्मी माता ..

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